क्या बात है सर !पक्षी जगत हर पल सीख देता है कोई समझे तब न देखे तब न सोचे तब न .यूं ही जी रहें हैं लोग .
रचनाकार भले ही स्तरीय न हो पर टिपपणीकार आप सरीखा अवश्य होना चाहिए
क्या बात है सर !पक्षी जगत हर पल सीख देता है कोई समझे तब न देखे तब न सोचे तब न .यूं ही जी रहें हैं लोग .
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