शनिवार, 12 नवंबर 2011

seekh

बौराए पेड़ पर तोता और गिलहरी अपना भोजन चुन रहे थे उघर नन्ही बैया फुदक फुदक कर फूल खा रही थी नीचे पानी के नल पर औरतें अपनी अपनी बाल्टी अड़ाने की कोशिश में लड़ रहे थे । आदम जात कोई सीख लेना ही नही चाह रही ।

2 टिप्‍पणियां:

  1. क्या बात है सर !पक्षी जगत हर पल सीख देता है कोई समझे तब न देखे तब न सोचे तब न .यूं ही जी रहें हैं लोग .

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  2. रचनाकार भले ही स्तरीय न हो पर टिपपणीकार आप सरीखा अवश्य होना चाहिए

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