ठेठ हरयाणवी अंदाज़ भाषा का अपना लहजा संस्कार .हर लफ्ज़ गुलाब की महक लिए होता है सुनो ताऊ -लहजे से उसे तलवार मत बनाओ .
ठेठ हरयाणवी अंदाज़ भाषा का अपना लहजा संस्कार .हर लफ्ज़ गुलाब की महक लिए होता है सुनो ताऊ -लहजे से उसे तलवार मत बनाओ .
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