गुरुवार, 29 सितंबर 2011

दो चिडियों की प्रेम कहानी........ एक दिन चिड़िया बोली- मुझे छोड़ कर कभी उड़ तो नहीं जाओगे ? चिड़ा ने कहा - उड़ जाऊ तो तुम पकड़ लेना. चिड़िया- में तुम्हे पकड़ तो सकती हु पर फिर पा नहीं सकती यह सुन चिड़े की आँखों में आंसू आ गए और उसने अपने पंख तोड़ दिए और बोला अब हम हमेशा साथ रहेंगे एक दिन जोर से तूफान आया चिड़िया उड़ने लगी तभी चिड़ा बोला तुम उड़ जाओ में नहीं उड़ सकता. चिड़िया - अपना ख्याल रखना कहकर उड़ गई जब तूफान थमा और चिड़िया वापस आई तो उसने देखा की चिड़ा मर चूका था और एक डाली पर लिखा था...... ""काश वो एक बार तो कहती की में तुम्हे नहीं छोड़ सकती "" तो शायद में तूफान आने से पहले नहीं मरता..!
बाबू जी ने खाना खाने के बाद गुड़ मांगा तो धर्मपत्नी ने झिड़क दिया , बेटा राकेष चुप रहा । महीने भर बाद ही बाबू जी चल बसे । बहू ने फैंसला लिया कि पिता जी का काज करेंगें । चार क्विंटल चीनी लोगों को खिलाने में कोई एतराज नहीं, पर बाबू जी गुड़ के लिए तरसते ही विदा हो गए ।

संगी