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रविवार, 19 फ़रवरी 2012
masti
थोड़ी क्यूं घणी मस्ती करले
सिर्फ बुड़का क्यूं , कोली भरले
2 टिप्पणियां:
virendra sharma
7 मार्च 2012 को 4:00 am बजे
वाह क्या बिंदास भाव है .होली मुबारक .
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ताऊ रामपुरिया
26 अक्टूबर 2012 को 9:01 pm बजे
वाह...मस्त अंदाज में कही आपने. शुभकामनाएं.
रामराम.
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मेरे बारे में
Dr Ved Parkash Sheoran
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वाह क्या बिंदास भाव है .होली मुबारक .
जवाब देंहटाएंवाह...मस्त अंदाज में कही आपने. शुभकामनाएं.
जवाब देंहटाएंरामराम.