बहुत सही कहा ,ईर्षा और डाह जिस मन में उपजती है उसे तहस नहस कर डालती है प्रति -द्वंद्वी को नुकसान पहुंचाए न भी पहुंचा पाए .
जहर भरा हो किसी के मन मेंपहले फैलेगा उसके ही तन में पैदा करेगा मनोकायिक रोग -.मन का विष तन तक आता है ,जीवन ऊर्जा ले जाता है .
बहुत सही कहा ,ईर्षा और डाह जिस मन में उपजती है उसे तहस नहस कर डालती है प्रति -द्वंद्वी को नुकसान पहुंचाए न भी पहुंचा पाए .
जवाब देंहटाएंजहर भरा हो किसी के मन में
जवाब देंहटाएंपहले फैलेगा उसके ही तन में
पैदा करेगा मनोकायिक रोग -.मन का विष तन तक आता है ,जीवन ऊर्जा ले जाता है .